पुराने समय में डाटा मैन्युअली तैयार किया जाता था, लेकिन समय के साथ डाटा मैनेजमेंट के तरीके में भी बदलाव आया है। डाटा मैनेजमेंट के लिए वैसे तो आपको की सॉफ्टवेयर मिल जाएंगे, लेकिन MS Excel (MS Excel in Hindi) सबसे ज्यादा लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है। आज के समय में Excel का उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है। इसका पहला edition साल 1985 में Mac OS के लिए जारी किया गया था। जिसमें आप कैलकुलेशन से लेकर ग्राफ सबकुछ आसानी से तैयार कर सकते हैं। MS Excel को वर्कबुक के नाम से भी जाना जाता है।
In this Article
MS Excel क्या है? (What is MS Excel in Hindi)
MS Excel एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन है, जिसका पूरा नाम Microsoft Excel हैं। इसे माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डेवलप किया गया है। डाटा मैनेजमेंट के लिए Excel का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा स्प्रेडशीट प्रोग्राम है जिसकी मदद से आप डाटा को टेब्युलर, चार्ट, ग्राफ इत्यादि के फोर्मेट में तैयार कर सकते हैं। MS Excel की फाईलों को आप पासवर्ड की मदद से सुरक्षित कर सकते हैं।
Excel में कैलकुलेशन के लिए बहुत सारे फोर्मुला और फंक्शन दिए जाते हैं, जिसकी मदद से आप बड़ी बड़ी गणनाएं सटीक तरीके से कर सकते हैं। आमतौर पर वित्तीय गतिविधि, बजट, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, इन्वेंट्री ट्रैकिंग के लिए Excel का उपयोग किया जाता है। हर साल इसमें नए फीचर्स अपग्रेड किए जाते हैं। MS Excel आप विंडोज, Mac, एंड्रॉयड और ios ऑपरेटिंग सिस्टम में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। Excel की वर्कशीट में Row और Column के जरिए डाटा व्यवस्थित किया जाता है। एक वर्कशीट में 10,48,576 Row और 16,384 Column होते हैं।
MS Excel Course क्यों करना चाहिये?
MS Excel कोर्स सीखने के बाद आप किसी बिजनेस या कंपनी में तो काम कर ही सकते हैं लेकिन इसकी मदद से आप खुद का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।
• डिजिटल जमाने में किसी भी डाटा को समझने के लिए और एनालाइज करने के लिए MS Excel बहुत ही जरूरी है।
• आज छोटे-बड़े सभी बिजनेस या कंपनियों में डाटा को स्टोर करने के लिए Excel का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
• किसी भी व्यवसाय या ऑफिस में डाटा मैनेजमेंट, डाटा एंट्री, प्रोग्रामिंग, चार्ट, ग्राफिक्स, वित्तीय एनालिसिस, टास्क मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट, एकाउंटिंग जैसे कामों के लिए MS Excel के ज्ञान की जरूरत पड़ती है।
• MS Excel के शॉर्ट कट्स के बारे में जानने के बाद आप अपने किसी भी टास्क को कम समय में पूरा कर सकते है।
• MS Excel के ऑटो सम फंक्शन के जरिए आप बड़ी से बड़ी वैल्यू का कैलकुलेशन चुटकी में कर सकते हैं और शॉर्ट एंड फिल्टर की मदद से आप डाटा को छोटे से बड़े या फिर बड़े से छोटे क्रम ऑर्डर में फिल्टर कर सकते हैं।
• वित्तीय डाटा, संवेदनशील या फिर पर्सनल डाटा को आप पासवर्ड डालकर MS Excel में सुरक्षित कर सकते हैं।
• आप किसी भी डाटा को पीवोट चार्ट, ग्राफ में कन्वर्ट कर सकते हैं, जो समझने में आसान होता है।
• माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह काफी युजर फ्रेंडली है।
• इसमें दिए गए मैथेमेटिकल और लोजिकल फॉर्मूला की मदद से किसी भी डाटा की कैलकुलेशन बिजली की तेजी से की जा सकती है।
MS Excel Course कोर्स किसे करना चाहिए (Who should do the Excel Course)
किसी भी 10वीं या 12वीं पास छात्र MS Excel का कोर्स कर सकता है। यह कोर्स किसी भी मान्य संस्थान से करना चाहिए। इस कोर्स को आप ऑनलाइन भी सीख सकते हैं। अगर आप नौकरी ढूंढ रहे हैं तो MS Excel की जानकारी आपके रिज्यूमे में जोड़ सकते हैं। इतना ही नहीं आज सभी कंपनी और बिजनेस में डाटा एनालिसिस, रिपोर्टिंग, फायनेन्शियल मॉडलिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की जरूरत पड़ती है, ऐसे में MS Excel की जानकारी आपको इस काम में सहायक बनती है
MS Excel के उपयोग (Uses of MS Excel in Hindi)
• कंपनी के संचालन के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय और अन्य डाटा प्रस्तुत करने के लिए स्प्रेडशीट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
• MS Excel का उपयोग डाटा स्टोर करने के लिए, एनालिसिस करने और रिपोर्ट तैयार करने के लिए किया जाता है।
• MS Excel की मदद से आप कई फाइलों और डॉक्युमेंट से डाटा को एक हीं स्थान पर संयोजित किया जा सकता है।
• स्प्रेडशीट में आप ग्राहकों और बिक्री टार्गेट का डाटा मेंटेन कर सकते हैं, जिससे आप आगे की मार्केटिंग स्ट्रेटजी प्लान कर सकते हैं।
• किसी भी डाटा को आप पीवोट, चार्ट या फिर ग्राफ में कन्वर्ट कर उसे आसान बना सकते हैं।
MS Excel कोर्स का सिलेबस क्या है? (Syllabus of MS Excel in Hindi)
- MS Excel बेसिक
- पीवोट टेबल
- बेसिक फार्मूला
- लोजिकल फंक्शन
- सॉर्ट एंड फ़िल्टर
- फायनेन्शियल फंक्शन
- इंफोर्मेशन फंक्शन
- Lookup फंक्शन
- स्टेटिस्टिकल फोर्मुला
- चार्ट
- डाटाबेस फंक्शन
- पॉवर Query
- डैशबोर्ड
- VBA & मैक्रो
- MIS रिपोर्टिंग
MS Excel कोर्स की फीस ( Excel Course Fees)
MS Excel कोर्स की फीस सभी संस्थानों में अलग अलग होती है। इस कोर्स को मान्य संस्थान से करना जरूरी है। आमतौर पर इस कोर्स की फीस 4 हजार से 6 हजार रुपए तक होती हैं। कुछ वेबसाइट्स की मदद से आप ऑनलाइन फ्री में भी सीख सकते हैं।
MS Excel कोर्स के बाद नौकरी ( Excel course Jobs in Hindi )
MS Excel कोर्स सीखने के बाद आप कई तरह कई जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं।
• MIS एक्जीक्यूटिव : कंपनी या व्यवसाय के डाटा को मैनेज करने का काम MIS एक्जीक्यूटिव का रहता है। भविष्य की प्लानिंग करने के लिए डाटा मैनेजमेंट बहुत जरूरी होता है।
• प्रोजेक्ट मैनेजर : MS Excel कोर्स के बाद आप किसी भी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर भी आवेदन कर सकते हैं। इसमें आपको प्रोजेक्ट की ब्लू प्रिंट तैयार करने से लेकर टीम को मार्गदर्शन देना और प्रोजेक्ट के दौरान आ रही समस्या का समाधान करना होता है।
• मार्केट एनालिस्ट : किसी भी चीज़ का विस्तृत स्कैनिंग करना एनालिस्ट का मुख्य काम होता है। जो कंपनी को अपना पोर्टफोलियो और भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
• रिटेलर स्टोर मैनेजर : कंपनी के खरीद, बिक्री और स्टॉक की जानकारी रखने का काम रिटेलर स्टोर मैनेजर का रहता है। कंपनी के प्रोफीट और लॉस के कैलकुलेशन के लिए खरीद और बिक्री का डाटा सहीं से मेंटेन करना जरूरी है।
• इसके अलावा आप डाटा एंट्री, डाटा स्पेशलिस्ट, फायनेन्शियल एनालिस्ट, बिजनेस असोसिएट, डाटा मैनेजमेंट एक्जीक्यूटिव, असिस्टेंट मैनेजर, रिपोर्टर और डाटा एनालिस्ट के पद के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
और पढ़े : Excel Formulas in Hindi
निष्कर्ष
सभी बिजनेस या कंपनी अपने डाटा को मेंटेन करती है। पहले इसे मेन्युअली तैयार किया जाता था लेकिन आज के समय में जब सारी चीजें कंम्पयूटराइज्ड हो रही है ऐसे में डाटा को भी कंप्यूटर के जरिए हीं मेंटेन किया जाता है। वैसे तो इसे मेंटेन करने के बहुत सारे तरीके हैं लेकिन MS Excel (MS Excel in Hindi) सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका है। युजर फ्रेंडली होने की वजह से आज MS Excel का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है, ऐसे में इस क्षेत्र में नौकरी की संभावना भी ज्यादा है। अगर आप भी Advance MS Excel Course सिखने के बाद कंप्यूटर फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते तोह आज ही पटना का सबसे सर्वोतम Advance Excel Training इंस्टिट्यूट BCIT WORLD में आज ही अपना डेमो फिक्स करे ।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. MS Excel करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है?
MS Excel करने के बाद आपको शुरुआती 20 हजार से लेकर 25 हजार रुपए तक की सैलरी मिल सकती है लेकिन अनुभव के साथ सैलरी में बढ़ोतरी भी होती है।
Q2. MS Excel Course करने के फायदे क्या है?
MS Excel करने के बाद आप बड़ी से बड़ी वैल्यू का कैलकुलेशन बिजली की तेजी से कर सकते हैं, इतना ही नहीं आप डाटा को पासवर्ड के जरिए सुरक्षित भी कर सकते हैं।
Q3. MS Excel Course में कौन कौन सा टॉपिक होता है?
MS Excel में बेसिक, पिवोट टेबल, लोजिकल फंक्शन, डाटा एंट्री, फायनेन्शियल फंक्शन, इंफोर्मेशन फंक्शन, स्टेटिस्टिकल फोर्मुला, चार्ट, डाटाबेस फंक्शन, पावर फंक्शन जैसे टॉपिक को कवर किया जाता है।
Q4. MS Excel Course करने से क्या होता है?
इस कोर्स के बाद आप MIS एक्जीक्यूटिव, मार्केट एनालिस्ट, प्रोजेक्ट मैनेजर, डाटा एंट्री, डाटा स्पेशलिस्ट, रिटेलर स्टोर मैनेजर, फायनेन्शियल एनालिस्ट, बिजनेस असोसिएट, डाटा मैनेजमेंट एक्जीक्यूटिव, असिस्टेंट मैनेजर, रिपोर्टर और डाटा एनालिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं। फ्रीलांसर के तौर पर काम करके भी आप पैसे कमा सकते हैं।
Q5. MS Excel Course कोर्स की फीस कितनी है?
MS Excel कोर्स की फीस सभी संस्थानों में अलग अलग होती है। आमतौर पर इसकी फीस 4 हजार से लेकर 6 हजार रुपए तक होती हैं।